जाटों का ऐलान, 16 अगस्त से CM और मंत्रियों का पूरे प्रदेश में होगा विरोध : अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के आवास पर आगजनी मामले में सीबीआई की चार्जशीट पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस मामले को लेकर सीबीआई पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सीबीआई, सरकार और कैप्टन अभिमन्यु की कठपुतली है। राजनीतिक द्वेष की भावना से चार्जशीट में अन्य लोगों के नाम शामिल किए हैं।
कैप्टन अभिमन्यु के आवास पर आगजनी मामले मंे सीबीआई ने हाल ही में 51 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में जाट संघर्ष समिति के हरियाणा प्रभारी अशोक बलहारा का नाम भी शामिल है। साथ ही कई जाट वकील भी आरोपी बनाए गए हैं। पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा का बेटा गौरव हुड्डा भी आरोपियों में शामिल है। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर शनिवार को रोहतक के जसिया में संघर्ष समिति की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई। बैठक अध्यक्षता यशपाल मलिक ने की। बैठक में हाल ही में दाखिल की गई सीबीआई की चार्जशीट का मुद्दा प्रमुखता से उठा।
मलिक ने कहा कि कैप्टन अभिमन्यु के आवास पर आगजनी की जांच कर रहे सीबीआई के अधिकारियों ने हरियाणा सरकार व कैप्टन अभिमन्यु की कठपुतली की तरह काम किया। आंदोलन को कमजोर करने के लिए जाट संघर्ष समिति के राष्ट्रीय महासचिव अशोक बलहारा का नाम चार्जशीट में डाल दिया। इससे यह साबित होता है कि सरकार भाईचारे को तोड़ने के लिए झूठ का सहारा ले रही है। जाट नेता ने कहा कि कैप्टन अभिमन्यु के केस में अन्य लोगों के नाम भी राजनीतिक द्वेष से प्रेरित है।
दरअसल कैप्टन औछे हथकंडे अपनाकर राजनीतिक हैसियत हासिल करना चाहते हैं। हरियाणा की जनता कैप्टन व भाजपा को जवाब देगी। उन्होंने कहा कि झूठे केस दर्ज करने से आंदोलन कमजोर नहीं होगा।
यशपाल मलिक ने यह भी कहा कि सरकार ने जाट आरक्षण का मुद्दा भी जान बूझकर लटकाए रखा। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष न रख कर स्टे लागू होने दिया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की नीयत अपने फैसले लागू करने की है तो वह तुरन्त जाट आरक्षण लागू करने के साथ सभी केस की वापसी करे। उन्होंने कहा कि 16 अगस्त 2018 से हरियाणा के मुख्यमन्त्री व मन्त्रियों की रैलियों व कार्यक्रमों के विरोध हर हाल में होगा। इस बैठक में महेंद्र सिंह पूनिया को जाट समिति की हरियाणा इकाई का अध्यक्ष मनोनीत किया गया।
झूठे मामलों से कमजोर नहीं होगा आंदोलन : यशपाल
रोहतक। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक का कहना है कि आरक्षण के मामले में भाजपा ने जाटों को धोखे में रखा है। उन्होंने कहा कि बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मेरे सामने सीएम मनोहर लाल को कहा था कि आरक्षण को क्यों लटकाया जा रहा है। जबकि मनोहर लाल अब तक जाट समाज की मांगों को लटकाए हुए हैं। अब साजिश के तहत कैप्टन अभिमन्यु ने सरकार के साथ मिलकर सीबीआई का दुरुपयोग कर जाट नेताओं और उनके पारिवारिक सदस्यों के नाम चार्जशीट में शामिल करवा दिए हैं।
यशपाल मलिक ने मांग की कि न केवल सीबीआई के जांच अधिकारी को बदला जाए, बल्कि जाटों के खिलाफ दर्ज सभी केस वापस लिए जाएं। उन्होंने कहा कि झूठे केसों से जाटों का आंदोलन कमजोर नहीं होगा। 15 अगस्त के बाद जाट समाज सीएम और दूसरे भाजपा नेताओं को काले झंडे दिखाएगा। हर भाजपा नेता के कार्यक्रम में जाकर जाट समाज के लोग अपनी जनसभा करेंगे।
जसिया में मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत में मलिक ने कहा कि कैप्टन अभिमन्यु का घर जलाने के मामले में जाट नेता अशोक बल्हारा का नाम जोड़ने से साफ है कि सरकार झूठ का सहारा ले रही है। कैप्टन ने अन्य नाम राजनीतिक द्वेष के चलते शामिल करवाए हैं। 16 अगस्त 2018 से प्रदेश में मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों की रैलियों, कार्यक्रमों के विरोध में सभी जिलों में भाईचारा सम्मेलन किए जा रहे हैं। अब सरकार के साथ कोई वार्ता नहीं होगी।
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